झारखंड में चुनाव प्रचार के दौरान बोले अमित शाह, उनकी सरकार बनी तो मुस्लिम आरक्षण लागू नहीं किया जाएगा
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झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे
झारखंड में भाजपा की इस चुनावी मुहिम का उद्देश्य मौजूदा सरकार को हटाकर विकास-उन्मुख और सुरक्षित झारखंड की स्थापना करना है।
झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जोड़ापोखर के जियालगोरा स्टेडियम में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। शाह ने कहा कि यह चुनाव झारखंड का भविष्य तय करेगा, जहां लोगों को भ्रष्टाचार में डूबी हुई मौजूदा सरकार और विकास के पथ पर चलने वाली मोदी सरकार में से एक को चुनना होगा।
अमित शाह ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो मुस्लिम आरक्षण लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस और झामुमो पर घोटाले का भी आरोप लगाया। यहां झरिया से भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह के पक्ष में वह चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। उन्होंने झारखंड वासियों से अपील की कि अपने एक-एक वोट से भाजपा को जीताएं। करोड़पति झामुमो की सरकार चाहिए या खुद को लखपति बनाने वाली सरकार, यह आपको तय करना है।
अमित शाह ने अपने भाषण में महिलाओं के सशक्तिकरण, सुरक्षा, और आर्थिक सहायता के वादों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि भाजपा की "गोगो दीदी योजना" के तहत झारखंड की महिलाओं को हर महीने 2,100 रुपये की आर्थिक मदद मिलेगी, साथ ही दिवाली और रक्षाबंधन पर दो मुफ्त एलपीजी सिलेंडर भी दिए जाएंगे। इसके अलावा, उन्होंने राज्य में बेरोजगारी दूर करने के लिए 5 लाख रोजगार सृजित करने और 2.87 लाख सरकारी पदों पर भर्तियां करने का भी आश्वासन दिया।
शाह ने घुसपैठ के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें राज्य से बाहर करेगी। भाजपा का लक्ष्य झारखंड की भूमि और संस्कृति को सुरक्षित करना है, और इसके लिए भूमि सुरक्षा कानून भी लागू किया जाएगा। उन्होंने यह भी वादा किया कि भाजपा सरकार आदिवासियों को प्रस्तावित समान नागरिक संहिता (UCC) से बाहर रखेगी और उनके धार्मिक अधिकारों की रक्षा करेगी।
अमित शाह के इस भाषण के दौरान भाजपा का संकल्प पत्र भी जारी किया गया, जिसमें स्थायी आवास, नल जल योजना, और पारदर्शी भर्तियों जैसे कई प्रमुख वादे शामिल हैं। झारखंड में भाजपा की इस चुनावी मुहिम का उद्देश्य मौजूदा सरकार को हटाकर विकास-उन्मुख और सुरक्षित झारखंड की स्थापना करना है।
बता दें कि झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे, जबकि मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। पिछले विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 30 सीटें, भाजपा ने 25 और कांग्रेस ने 16 सीटें जीती थीं।